भूस्खलन के बाद मलबा हटाने के दौरान मलबे की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई है। इनमें दो पोकलेन मशीन के ऑपरेटर है और एक टैक्सी चालक है, जो घटना के वक्त वहां आ गया था। हादसा पांवटा साहिब-शिलाई-मिनस हाईवे पर हुआ है। गत दिवस हुए भूस्खलन के बाद यहां मलबा हटाने का काम चल रहा था। तीन व्यक्तियों की मौत के अलावा हाईवे के निर्माण कार्य में लगी एक पोकलेन मशीन भी क्षतिग्रस्त हुई है।
बताया जा रहा है कि हादसा सोमवार सुबह करीब 11 बजे हुआ है। अब तक जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार हाईवे से मलबे को हटाया जा रहा था। इसी दौरान यूके-टीए0294 का टैक्सी ड्राइवर भी ये देखने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गया कि कितनी देर में मलबे को हटाया जाएगा। पोकलेन ऑपरेटर अशोक कुमार व जितेंद्र की चौपाल अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही मौत हो गई। इसके अलावा टैक्सी ड्राइवर की पहचान 60 वर्षीय कान सिंह के तौर पर की गई है।
ये भी जानकारी मिली है कि टैक्सी अटाल से देहरादून की तरफ जा रही थी। टैक्सी मालिक खुद आगे जाकर ये चैक करने गया था कि कितने पत्थर गिरे हुए हैं। बता दें कि हाइवे के निर्माण कार्य का जिम्मा धतरवाल कंपनी द्वारा किया जा रहा है। अंतिम समाचार तक एक अन्य ऑपरेटर इरशाद के बारे में पुलिस को कोई सूचना नहीं मिली थी। उधर, पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने हादसे की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि अगर ब्लास्टिंग जैसी बात सामने आती है तो उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। उधर, आशंका जाहिर की जा रही है कि निर्माण कंपनी द्वारा ब्लास्ट किया गया था। इसी के मलबे को हाईवे से हटाया जा रहा था। गौरतलब है कि इसी तरह का हादसा कुछ सप्ताह पहले भी इसी स्थान पर हुआ था। शिलाई-गुम्मा मार्ग पर मिनस के समीप हुए इस हादसे में तीनों ही मृतक बोल्डर की चपेट में आ गए।
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