खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannu) ने एक बार फिर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) को धमकी दी है। इस बार पन्नू ने ऑडियो मैसेज व मेल के माध्यम से कहा कि मोहाली आरपीजी हमले से सीख लें और हिंसा का चक्र शुरू न करें। ऐसा अटैक शिमला पुलिस मुख्यालय (Shimla Police Headquarters) पर भी किया जा सकता है। पन्नू ने धमकी भरे संदेश में कहा कि सिख फार जस्टिस के साथ न उलझें और पंजाब के सीएम भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) को देख लें।
पन्नू ने चेतावनी दी है कि अगर सीएम जयराम ठाकुर ने तपोवन विधानसभा में खालिस्तान के झंडे लगाने के मामले में कोई कार्रवाई की, तो सिख फार जस्टिस इसे उल्लंघन समझेगी और इसका परिणाम भुगतना होगा। पन्नू ने कहा कि आपरेशन ब्लू स्टार के 38 वें साल में पावटा साहिब में जून माह में वोटिंग होगी। गौर हो कि धर्मशाला में तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में खालिस्तान के झंडे लगाने के मामले के बाद अब सीएम द्वारा इस मामले में कार्रवाई तेज की गई है। इसके विरोध में पन्नू बौखला गया है और मुख्यमंत्री को मोहाली ब्लास्ट से सबक लेने की धमकी दी है।
खालिस्तान समर्थकों की लगातार मिल रही धमकियों को भी सरकार ने गंभीरता से लिया है। मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला किया गया। गनीमत रही कि घटना में किसी की हताहत होने की सूचना नहीं है। घटना के बाद पंजाब पुलिस ने आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। घटना की सूचना मिलते ही पंजाब के सीएम भगवंत मान ने डीजीपी से पूरे मामले की जानकारी ली और गहराई से जांच के आदेश दिए हैं। पड़ोसी राज्यों में खालिस्तानी तत्वों की घटनाओं और खालिस्तानी बैनर बांधने की घटना को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है।
डीजीपी संजय कुंडू ने सभी जिलों के एसपी को अंतरराज्यीय सीमाओं/बाधाओं को सील करने और संभावित ठिकाने जैसे होटल और सराय आदि पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों को विशेष सुरक्षा इकाइयों (एसएसयूएस), बम निरोधक दस्तों और त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्थिति को देखते हुए हाई अलर्ट और बांधों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, कस्बों, सरकारी भवनों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को मजबूत करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय कार्यालयों को सरकारी भवनों, बैंकों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के सभी सुरक्षा कर्मचारियों/चौकीदारों को खतरे के संबंध में संवेदनशील बनाने का निर्देश जारी किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किए गए आदेशों में कहा गया है कि किसी भी चिंता के मामले की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन को दें।
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