अपने कर्तव्यों में अनुकरणीय, स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी और आशा कार्यकर्ता सेसी देवी ने कल गड़सा घाटी के पारली पंचायत के नाजन गांव में गर्भवती माताओं और बच्चों का टीकाकरण करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली।
भारी बारिश के बाद रौली के पास शिलानाल सड़क पूरी तरह से धंस गई है। हालांकि सड़क के दोनों सिरों को जोड़ने के लिए लकड़ी का एक अस्थायी पुल बनाया गया है, लेकिन यह जमीन से लगभग 30 फीट ऊंचा है।
जरा सी चूक और गई जान
जरा सी चूक जान के लिए खतरा बन सकती है। इन दो समर्पित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने न केवल इस सीमा को पार किया बल्कि ड्यूटी की पुकार को पूरा करने के लिए 10 किमी पैदल भी तय किया।
सड़क धंसने के कारण पारली पंचायत के लोगों खासकर स्कूली बच्चों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए इसी रास्ते को पार करना पड़ता है। गवर्नमेंट हाई स्कूल, नाजन, प्राइमरी स्कूल, अपर नाजन, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, लोअर नाजन, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गड़सा और ठेला के छात्र भी इस अस्थायी पुल को पार करते हैं।
जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने अभी तक छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम नहीं उठाए हैं।
कुल्लू के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनआर पवार (Kullu Chief Medical Officer Dr NR Pawar) ने कमला देवी और सेसी देवी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नाजन स्वास्थ्य उपकेंद्र पहुंचकर गर्भवती माताओं और बच्चों का टीकाकरण किया।
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