जिला सिरमौर (Sirmaur District) में हिमाचल प्रदेश सरकार (Himachal Pradesh Government) द्वारा सिविल सप्लाई कारपोरेशन (Civil Supplies Corporation) के माध्यम से उचित मूल्य की दुकानों में सप्लाई किया जा रहा नमक असुरक्षित है। इस बात का खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा सिविल सप्लाई कारपोरेशन के नाहन स्थित गोदाम में की गई छापामारी के दौरान लिए गए सैंपल की रिपोर्ट में हुआ है।
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खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सिविल सप्लाई कारपोरेशन के नाहन स्थित थोक गोदाम में छापामारी की थी। इस छापामारी के दौरान कुल सात सैंपल लिए गए थे, जिनमें दाल, तेल, रिफाइंड व नमक (pulses, oil, refined and salt) आदि के सैंपल थे। इनमें से छह सैंपल की रिपोर्ट सही पाई गई है, जबकि नमक में जिंदा व मरे हुए कीड़े पाए गए हैं। रिपोर्ट में नमक पूरी तरह से सब-स्टेंडर्ड श्रेणी का पाया गया है।
ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग ने सिविल सप्लाई कारपोरेशन के नाहन (Nahan) स्थित गोदाम के प्रभारी को निर्देश जारी किए हैं कि जितने भी उचित मूल्य की दुकानों में नमक की सप्लाई की गई है वह स्टॉक तुरंत वापस मंगवाया जाए। खाद्य सुरक्षा विभाग जिला सिरमौर के सहायक आयुक्त डा. अतुल कायस्थ ने बताया कि सिविल सप्लाई कारपोरेशन के माध्यम से सिरमौर जिला के उचित मूल्य की दुकानों में नमक सप्लाई की जा रही थी।
इस नमक में आयरन व आयोडीन दोनों की मात्रा का जिक्र किया गया है। डा. कायस्थ ने कहा कि उचित मूल्य की दुकानों में सप्लाई किए जाने वाले नमक की कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. अतुल कायस्थ ने बताया कि यह बेहद ही चिंता का विषय है कि उचित मूल्य की दुकानों में जो नमक सप्लाई किया जा रहा है उसमें जिंदा व मरे हुए कीड़े पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। डा. कायस्थ ने बताया कि छापामारी करने वाली टीम में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुनील शर्मा, प्रदीप कुमार व सुरेंद्र कुमार शामिल थे।
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