- सुबह चार बजे चल रहा था लेंटर को ऊपर उठाने का काम
- लेंटर उठाने के लिए लगभग चालीस मजदूर कर रहे थे काम
- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तैनात
सोमवार को बाबा मुकंद सिंह नगर में एक फैक्टरी जमींदोज हो गई। इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि लगभग पांच मजदूरों के अंदर फंसे होने का अंदेशा जताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, इमारत की दूसरी मंजिल के लेंटर को जैक लगाकर उठाया जा रहा था।
फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित दमकल विभाग की टीमें जुटी हुई हैं। वह मलबा हटाकर अंदर फंसे मजदूरों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं हादसे के बाद फिर नगर निगम पर सवालिया निशान लग गया है कि आखिरकार पुरानी इमारत को दूसरी मंजिल की छत को जैक से उठाने की अनुमति कैसे दी गई। अगर निगम से कोई परमिशन नहीं ली गई है, तो फिर निगम अफसरों ने समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की। वहीं पुलिस ने फैक्टरी के मालिक और ठेकेदार पर मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार मुकंद सिंह नगर में जसमेल सिंह एंड संस की पुरानी फैक्टरी है। बीते कुछ दिन से फैक्टरी की दूसरी मंजिल के लेंटर को ऊपर उठाने का काम चल रहा था। सोमवार सुबह लगभग चार बजे 40 मजदूर काम में जुटे थे। सारा काम पूरा हो चुका था। सुबह दस बजे जैक हटाया गया तो फैक्टरी की पहली मंजिल की छत नीचे गिर गई। इसके साथ ही इमारत ढह गई। एक दम मिट्टी का गुबार उठा। आसपास के लोग तुरंत घटनास्थल की तरफ भागे और किसी तरह इमारत में फंसे कुछ मजदूरों को वहां से निकाल लिया।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल, डीसी वरिंदर शर्मा सहित सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालात को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम को तुरंत मौके पर बुला लिया गया है। अभी तक 35 मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, पांच मजदूर अंदर फंसे हुए हैं। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां एक मजदूर की मौत हो गई। दो गंभीर रुप से घायल मजदूरों को निजी अस्पातल में भर्ती कराया गया है। बाद में इनकी भी मौत हो गई। इस बिल्डिंग के साथ दो अन्य इमारतों को फिलहाल अनसेफ घोषित कर दिया गया है।
डीसी वरिन्दर शर्मा ने बताया कि फिलहाल अंदाजा है कि इस इमारत में चालीस मजदूर काम कर रहे थे, प्रशासन की तरफ से अभी तक 35 मजदूरों को निकाला जा चुका है। आशंका है कि पांच मजदूर अभी अंदर फंसे है, जिन्हें एनडीआरएफ की टीमें बाहर निकालने की कोशिश कर रही है। अभी हमारा पहला फोकस फंसे लोगों को बाहर निकालना है। यह कार्रवाई पूरी होने के बाद मामले की जांच होगी। इसमें जो भी आरोपी होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने कहा कि हमें चालीस मजदूरों के काम करने की सूचना है, इसमें 35 को निकाला जा चुका है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अंदर लगभग पांच मजदूरों के फंसे होने की खबर है। उन्हें बचाने का काम चल रहा है। यह काम पूरा होने पर पूरे मामले की जांच होगी, आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।
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