हिमाचल में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस को देखते हुए प्रदेश सरकार फिर से कोरोना बंदिशें (corona restrictions) लगा सकती है। 14 जुलाई को होने वाली केबिनेट की बैठक में इस पर फैसला लिया जा सकता है। बैठक में सामाजिक दूरी, मास्क पहनना और सेनेटाइजेशन के साथ कुछ अन्य फैसले भी हो सकते हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) की भी इस बात के संकेत दे चुके हैं कि अगर हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलें बढ़ते हैं, तो सरकार की ओर से इस बारे में कदम उठाया जा सकता है। ऐसे में अब कैबिनेट की बैठक में इस पर फैसला हो सकता है। दूसरी तरफ प्रदेश में कोरोना वायरस का नाम थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेजी के साथ कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
मंगलवार को प्रदेश में तीसरी लहर के बाद अब तक रिकॉर्ड मामलेे 356 नए मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 3440 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें 356 नए पॉजिटिव मामले आए हैं। कांगड़ा और चंबा जिला में नए मामलों की संख्या सबसे ज्यादा है। कांगड़ा में सबसे ज्यादा 98 नए मामले हैं, वहीं चंबा जिला में 96 नए केस आए हैं।
इसके अलावा बिलासपुर जिला में 20 नए मामलें, हमीरपुर जिला में 17ें, किन्नौर में आठ, कुल्लू में 13, लाहुल स्पीति में पांच, मंडी में 26, शिमला में 38, सिरमौर में आठ और ऊना जिला में नौ नए मामले आए हैं। राहत की बात यह है कि प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण मंगलवार को कोई मौत नहीं हुई है। ऐसे में प्रदेश में कोविड से होने वाली मौतों का आंकड़ा 4125 ही है। हालांकि प्रदेश में कोविड के एक्टिव का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि प्रदेश में कोविड एक्टिव केस बढक़र 1350 पहुंच गए हैं।
दिल्ली से आएगी रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लोकल सिक्वेंसर में हिमाचल प्रदेश में बीए-2 वेरिएंट की पुष्टि हुई है, जबकि जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जो मामले दिल्ली भेजे गए हैं, उनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह दिल्ली भेजे गए मामलों की रिपोर्ट आ सकती है। यह तय है कि प्रदेश में बीए-2 का संक्रमण हैं, लेकिन विभाग इस चीज़ की जांच करना चाहता हैं कि प्रदेश बीए-2 के अलावा कोई अन्य वेरिएंट तो नहीं हैं।
Recent Comments